वाह वाह सरजी, आते साथ धूम मचा दी, क्या कहना ! दोनों गज़लें एकदम फिट और हिट. लगातार लिखते रहें और मिलते रहें. शुभकामनाएँ. बाकी समीर लाल जी ने कह दिया है वो ज़रूर कर लें ताकि टिप्पणी में आसानी हो. आपका
Uprokt Tippanee anupamjee ke liye likh raha tha, unke blog kee jagah khud ke blog par paste kar dali. Is par dhyan n den. Apne munh miya miTthoo type lag rahi hai ha ha ha.
8 टिप्पणियां:
सैलाब चल पड़ा है, अरमाँ का उनसे मिलने !
ख़ामोश सी मोहब्बत, कर ली है जिनसे दिल ने !!
" dil to pagal hai..."
Regards
वाह वाह क्या कहने
भाई आप का शेर पढ़ कर आया है .... इसको ज़रा पॉलिश कर के पूरा करने का इरादा बन रहा है ...
ख़ामोश निगाहों में ख़ामोश सा अफ़साना
आराइश-ऐ-मिजां़ है ये इश्क का अफ़साना
सैलाब चल पड़ा है,
अरमाँ का उनसे मिलने
क्या कहने.
बहुत खूब!! उम्दा है. नई फोटो भी बढ़िया है. बधाई!!
कि अरमां उनसे मिलते हैं, तभी तो सैलाब चलता है ,
मोहब्बत खामोश है लेकिन, अभी तो दिल मचलता है
वाह वाह सरजी, आते साथ धूम मचा दी, क्या कहना ! दोनों गज़लें एकदम फिट और हिट. लगातार लिखते रहें और मिलते रहें. शुभकामनाएँ. बाकी समीर लाल जी ने कह दिया है वो ज़रूर कर लें ताकि टिप्पणी में आसानी हो. आपका
Uprokt Tippanee anupamjee ke liye likh raha tha, unke blog kee jagah khud ke blog par paste kar dali. Is par dhyan n den. Apne munh miya miTthoo type lag rahi hai ha ha ha.
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