दिल-दिमाग़ दम साधे देखा किया, लो बयाँ ज़बानी ?
किस किस को किस किया कहाँ कैसे क्या कहें कहानी !
----बवाल
एक चुम्बन ही तुम्हारा, वो असर कर जायेगा !
या तो बन्दा जी उठेगा, या के बस मर जायेगा !!
----बवाल
गुरुवार, 4 सितंबर 2008
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
5 टिप्पणियां:
क्या बात है, बवाल!! आनन्द आ गया!!! बहुत सही.
जन्म दिन मुबारक हो!!
gajab ki prastuti babal ji
janmadin ki dhero badhai or shubhkamana .
Shukriya ji shukriya aap sabka.
किस किस को किस किया कहाँ कैसे क्या कहें कहानी !
" beautiful words. belated happy birthday sir, wish u good luck"
Regards
बजनदार,असरदार!
एक टिप्पणी भेजें