ब्लॉगिस्ताँ के सभी अहबाबों और अजीजों को नव-वर्ष की बहुत बहुत शुभकामनाएँ और बधाइयाँ ---
हमारी नज़र में, ये दुनिया-ए-फ़ानी
है मिसरा-ए-ऊला, है मिसरा-ए-सानी
---बवाल
भावार्थ :-
ये नश्वर संसार ज़रूर है, पर नष्ट होता नहीं। यही बीता वर्ष (मिसरा-ए-ऊला) भी है और नव वर्ष (मिसरा-ए-सानी) भी यही कुछ रहना है। न बदला है, न बदलेगा कुछ भी। इसलिए वर्तमान को ही गत और नवागत मानते हुए प्रसन्नचित्त जीवन जिए जाइए।
गुरुवार, 1 जनवरी 2009
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18 टिप्पणियां:
वाह...जनाब...वाह...
नए साल में नई चीज...वाह...जिंदाबाद...
नीरज
बहूत खूब बवाल भाई ,नये साल में खूब धमाल करें और अपने शौके शायरी से इस ब्लॉग बगिया को गुले गुलज़ार रखें !
नया साल नई आशाये नई उमंगें लेकर आपको और प्रसिद्दि ,प्रतिष्टा प्रदान करे .
Regards
नववर्ष की आपको और आपके परिवारजनों को हार्दिक शुभकामना . आपका भविष्य उज्जवल मंगलमय हो , असीम ढेरो शुभकामनाओ के साथ.
महेंद्र मिश्रा
जबलपुर.
इसलिए वर्तमान को ही गत और नवागत मानते हुए प्रसन्नचित्त जीवन जिए जाइए।
वाह क्या शानदार और लाजवाब बात कही है ? भाई हम तो आपके पक्के फ़ैन हो लिये जी !
नये साल की आपको परिजनों व इष्ट मित्रजनों सहित घणी रामराम १
नववर्ष की हार्दिक ढेरो शुभकामना
आज का दिन ऐतिहासिक है। मैं आपके ब्लाॅग पर आया हूँ।
वह साहब, बहुत ख़ूब! नये साल की बहुत-बहुत मुबारक़बाद!
नये साल में नया अंदाज-यह भी खूब रही, बवाल!!
नया साल बहुत मुबारक!!!
जमाये रहो!!!
शुभकामनाओ के साथ.
achche lage aapke shabd
नव-वर्ष की शुभकामनाएं!
बड़े भाई साहब नमस्कार,
क्या बात कर दी आपने वह मज़ा आगया बहोत खूब अंदाजे बयां ढेरो बधाई नए साल के लिए भी.......
अर्श
बहुत सुंदर रचना.....
बदलता ही रहता है,
सब कुछ निरंतर,
बदलाव से ही
समय की औकात है।
बहुत खूब कहा है,
नया साल मुबारक हो!
बड़े भाई नमस्कार,
आप अगर इस तरह से प्यार और आशीर्वाद देंगे तो वाकई मेरी आँखे छलक आएँगी . वेसे तो मैं अपने घर में सबसे बड़ा हूँ ,आज मुझे पता चला के बड़ा भाई का प्यार क्या होता है .ये मेरा सौभाग्य है के आप जैसा बड़ा भाई मुझे मिला इस समंदर में ,मैं किसी के बात का बुरा नही मानता मैं तो सिखाने के लिए ब्याकुल हूँ कोई मुझे सिखाये,मगर आप से जरुर सीखूंगा मैं . आपका आशीर्वाद और प्यार परस्पर मिले यही उम्मीद करता हूँ ..
आपका
अर्श
naye saal ki badhai
बहुत ही ऊँची बात कही है मन प्रसन्न हो गया कितने कम शब्दों में जीवन का मतलब समझा दिया ..
प्रसन्नचित्त जीवन जिए जाइए।
बहुत अच्छा..
अक्षय-मन
sunder ati sunder prastuti
bahut bahut mubarakbaad
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