जनाब आप की पोस्ट बहुत ही सुंदर लगी सभी चित्र भी बहुत सुंदर ओर गर्म नर्म लगे, आप को भी ईद, होली और हॉकी में बेहतरीन जीत पर ढेर सारी बधाइयाँ,. मुबारक वाद
बहुत ही जोरदार. भाई बबाल जी आपका ये अंदाज भी ख़ूबसूरत लगा . भाई मै तो ये कहूँगा किसम किसम की है गुलाल किसम किसम के है लाल आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक और ढेरो असीम बधाई . महेंद्र मिश्र
पहली फोटो देख कर ये लगता है की जैसे आप मुंह गोल कर सीटी बजाते हुए ये कह रहे हैं " भैय्या आल इस वेळ" आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक और ढेरो असीम बधाई . महेंद्र मिश्र
25 टिप्पणियां:
जनाब आप की पोस्ट बहुत ही सुंदर लगी सभी चित्र भी बहुत सुंदर ओर गर्म नर्म लगे, आप को भी ईद, होली और हॉकी में बेहतरीन जीत पर ढेर सारी बधाइयाँ,. मुबारक वाद
हाय,
आप तो बड़े पुरनूर हैं जी फिर अपना नाम बवाल क्यूँ रखा हुआ है ?
बहुत लाजवाब शेर कहे जी, आपने अपने ही जैसे।
बुरा ना मानिएगा क्यूँकि होली है।
लाओ जरा जमके गुलाल को...हम तो चमकायें अपने बवाल को.
ये रंग भरा त्यौहार, चलो हम होली खेलें
प्रीत की बहे बयार, चलो हम होली खेलें.
पाले जितने द्वेष, चलो उनको बिसरा दें,
खुशी की हो बौछार,चलो हम होली खेलें.
आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक.
-समीर लाल ’समीर’
होली पर शुभकामनाएँ!
सुंदर वासंती पोस्ट!
वानस्पतिक गणपति पसंद आए।
बहुत ही जोरदार. भाई बबाल जी आपका ये अंदाज भी ख़ूबसूरत लगा . भाई मै तो ये कहूँगा
किसम किसम की है गुलाल
किसम किसम के है लाल
आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक और ढेरो असीम बधाई .
महेंद्र मिश्र
पहली फोटो देख कर ये लगता है की जैसे आप मुंह गोल कर सीटी बजाते हुए ये कह रहे हैं " भैय्या आल इस वेळ"
आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक और ढेरो असीम बधाई .
महेंद्र मिश्र
एक ही चित्र तो काम का है भाया,खैर इसी से काम चलाते हैं,
शुभ होली.
वाह बवाल भईया बहुत खूब , सभी फोटो लाजवाब थे, लेकिन काम का तो एक ही लगा ।
आज आपके अच्छे रंग देखे बवाल साहब ! शुभकामनाएं !
पर्वों के अनुरूप
आपकी पोस्ट ने
वाकई सही सन्देश भेजा है
आनंद आ गया
- विजय
बहुत सुन्दर फोटुआ लगाए हैं भाई। सबको खुश कर दिया होली में ।
होली मुबारक , शुभकामनाओं सहित।
बवाल साहब .... आपको भी होली की बौट बहुत शुभ-कामनाएँ ....
आपके सभी फोटो लाजवाब हैं ......
photos to dekhe, lekin kuch photos yahan kyun hain..ham samajh hi nahi paaye ki...
buddhu hain na ham ...
haan nahi to...!!
chitron sahit is sundar rachana kealiye tatha aane wale parva ke liye hardik badhai .
poonam
अकेले होली मनाते हो,अकेले गज़ल सजाते हो.
पता नही शब्दों के भन्डार कहा से चुन कर लाते हो.
आपके चित्रों ने अहसास कराया कि होली के रंगों में से किस तरह जीवन के सुखद पल उड़ा लिये जाते हैं।
bahut sunder...
कभी कभी सोचता हू की आप पत्रकार है या साहित्यकार
गजब रंग रसिया.
एकदम होली में बवाल ही मचा दिया..बहुत खूब.
__________
"शब्द-शिखर" पर सुप्रीम कोर्ट में भी महिलाओं के लिए आरक्षण
होके मजबूर तेरे दर से बवाली न गया
रंग से रंग उठा ,कोई भी खाली न गया .
देरी के लिए माफी भाई ' बवाल '.बहुत सारे कारण हैं .मोहब्बतों में ग़मगीन होना भी :) .तो माफ़ कर देना.
Saare Rang Achchhe Hain Bawal ji... Apki Rangat Bani rahe...
"RAM"
हमको लगा कि आप अचानक कबूतर हो गए. :)
बवाल जी देर से आने पर भी आपके ये रंग कुछ ज्यादा ही सुकून दे गये इस तपती गर्मी में ।
पहली दफ़ा आया हूँ ..............अब कभी वेदफ़ा नहीं होउगा.........
bahut acha laga aapke blog par aakar.. shubkaamnaaye...
Meri Nayi Kavita par aapke Comments ka intzar rahega.....
A Silent Silence : Naani ki sunaai wo kahani..
Banned Area News : Lighter weights too can build bulging biceps
एक टिप्पणी भेजें