शुक्रवार, 17 अक्तूबर 2008

जाकर के लौट आना .................. (कम-बैक)

तेरा जहाँ से जाना, जाकर के लौट आना !
साबित हुआ, के तुझको, उनसे है दिल लगाना !!
---बवाल

अब सब ठीक हो जाएगा ऐसा महसूस हो रहा है।
पूजा जी, नीरज रोहिल्ला जी, मीतजी, महेंद्र मिश्राजी, सीमाजी, समीरलाल जी आदि सभी का तहेदिल से शुक्रिया जो उन्होंने मेरे लिए दुआ की। सबके स्नेह का आभार।
क्रमशः...

4 टिप्‍पणियां:

seema gupta ने कहा…

welcome back , allah apko lambe umer draj kre. Dil se nekle hr dua mey assar hota hai.. regards

seema gupta ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
Neeraj Rohilla ने कहा…

तेरा जहाँ से जाना, जाकर के लौट आना !
साबित हुआ, के तुझको, उनसे है दिल लगाना !!

बहुत खूब, दिल तो हमें भी लगाना है ।

आप अपनी सेहत का ख्याल रखें, आपसे बातचीत होती ही रहेगी ।

Udan Tashtari ने कहा…

बाबू, हमारे रहते तुम्हें कौन छू सकता है...ये छोटी छोटी बीमारियाँ तो खैर...इनकी छोड़ो..और तबीयत से लिखो!!!