दमादम खस्त कलंदर .सब खस्ताहाल..... क्या बात है . बहुत बढ़िया पंडित जी
नमस्कार। गागर में सागर। बहुत ही सुंदर प्रस्तुति।
आ गये बाबू. जमाये रहो माहौल, मेरे बवाल!!
Shukriya Jee Shukriya.
कल 12/03/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!
बढ़िया बवाल....सादर.
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6 टिप्पणियां:
दमादम खस्त कलंदर .सब खस्ताहाल..... क्या बात है . बहुत बढ़िया पंडित जी
नमस्कार। गागर में सागर। बहुत ही सुंदर प्रस्तुति।
आ गये बाबू. जमाये रहो माहौल, मेरे बवाल!!
Shukriya Jee Shukriya.
कल 12/03/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
बढ़िया बवाल....
सादर.
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