शनिवार, 12 जुलाई 2008

ख़ुदा का नाम चलता है ...............

पैमाने खनकते हैं, न दौरे-जाम चलता है !
नई दुनिया के रिन्दों में, ख़ुदा का नाम चलता है !!

-शकील बदायूनी

2 टिप्‍पणियां:

बेनामी ने कहा…

vha bhut khub.jari rhe.

Udan Tashtari ने कहा…

वाह, शकील साहेब का क्या उम्दा शेर ढ़ूंढ़ कर लाये हो. आभार.