सोमवार, 7 जुलाई 2008

खा़म-ख़याली

इस ख़ाम-ख़याली में, उनसे बड़ी ग़फ़्लत हुई !

नफ़रत का इरादा था, पर हमसे मुहब्बत हुई !!

-बवाल

ख़ाम-ख़याली = ग़लत योजना

3 टिप्‍पणियां:

बेनामी ने कहा…

bhut khub. jari rhe.

Udan Tashtari ने कहा…

Vaah!! Baval, bahut khoob.

संजय शर्मा ने कहा…

इसे हम ववाल का जादू कह ले !