अब मैं क्या कहूंजब सारीफिज़ा ही वाही-वाही कर रही है...---उम्दा, मुकम्मल. लिखते रहिये. रूबरू भी कराते रहिये.सादर;http://ultateer.blogspot.com
उम्दा लिखते रहिये/
बहुत बढ़िया.
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3 टिप्पणियां:
अब मैं क्या कहूं
जब सारीफिज़ा ही
वाही-वाही कर रही है...
---
उम्दा, मुकम्मल. लिखते रहिये. रूबरू भी कराते रहिये.
सादर;
http://ultateer.blogspot.com
उम्दा लिखते रहिये/
बहुत बढ़िया.
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