गुरुवार, 25 सितंबर 2008

समीरलाल, कपिल देव और सीमा गुप्ता की शान में ......

आज का दिन राशिफल के अनुसार मेरा मनहूस दिन था मगर मेरे बड़े ही प्यारे तीन व्यक्तियों के लिए और भारतवर्ष के लिए एक बहुत स्पेशल गौरव का दिन था ।
समीरलालजी (उड़नतश्तरी), लेफ्टिनेंट कर्नल कपिल देव और सीमाजी (मेरिभावनाएं) । इन तीनो विभूतियों के सम्मान में सीमाब साहेब का ये शेर पेशेखि़दमत है -----

छू ना पाती है परे- जिब्रील की हवा !
ये किन बुलंदियों पे उड़ा जा रहा हूँ में ???

3 टिप्‍पणियां:

Sanjeet Tripathi ने कहा…

kya bat hai

Udan Tashtari ने कहा…

क्या बात है!! बहुत उम्दा शेर..आभार इस स्नेह का!!

seema gupta ने कहा…

"many many thanks and regards for this appreciation . Wish you good luck koee manuseyt bhee aapke aas pass nazar na aye allah kre..."

Regards